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बारिश की झड़ी आज सुबह से निकलने का नाम ले रही है , खिड़की पर पर बैठी नताशा गार्डन में चारों तरफ फैली हरियाली की खूबसूरती का आनंद ले रही थी , की अचानक नज़र बगीचे की ज़मीन पर भरे पानी में गिरे गिलहरी के बच्चे पर पड़ती है नताशा फ़ौरन बगीचे से उठा कर उस गिलहरी के बच्चे को सूखे टॉवल से पोछती है , और डायनिंग टेबल पर रखे फल का एक टुकड़ा गिलहरी के बच्चे के सामने रख देती है , गिलहरी का बच्चा उस फल के टुकड़े इस तरह से चिपक जाता है जैसे कोई नवजात बच्चा माँ की छाती से स्तनपान कर रहा हो , ये सब नज़ारा नताशा मंत्रमुग्ध होकर देख रही है की अचानक से नताशा के फोन की रिंग बज उठती है , फोन से आवाज़ आती है मैडम ऑब्जेक्ट ३९ कण्ट्रोल से बाहर हो गया है , वो अपने सेल को तोड़ने की कोशिश कर रहा है आप फ़ौरन आ जाइये , आपके बिना उसको कण्ट्रोल करना नामुमकिन है । नताशा फ़ौरन लेबोरेटरी के लिए रवाना हो जाती है , नताशा जैविक रिसर्च संस्थान की एक प्रतिष्ठित वैज्ञानिक है ।
मंगलयान यात्रा के दौरान , जैविक रिसर्च संस्थान में एक ऐसा जीव लाया गया था , जो बेहद निर्बल तथा अजीब आकृति का था जिसकी डी. एन. ए. साइकिल की टूटी हुयी कड़ियों को पूरा करने के लिए नताशा ने अपना ब्लड दिया था . ब्लड कनेक्शन की वजह से ही ये जीव सिर्फ नताशा की बात मानता है , जैविक रिसर्च संस्थान इसी तरह के बहुत से क्लोन बनाने के मूड में है , मगर नताशा नहीं चाहती की इस तरह के किसी भी तरह के जीव को आम जीव के संपर्क में लाया जाए , क्यूंकि इसके भयानक परिणाम के बारे में वो भली भाँती जानती है ।
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जैविक रिसर्च संस्थान की लेबोरटरी का वो हाल जहां उस जीव को रखा गया था , जैविक रिसर्च संस्थान के सिक्योरिटी गार्ड्स उस हाल का गन के साथ निरीक्षण करते हैं, जहाँ ऑब्जेक्ट ३९ को रखा गया था , मगर में हाल में चारों तरफ खून ही खून दिखाई देता है , हाई एलर्ट का सायरन बज जाता है जिस स्पीड से सिक्योरिटी गार्ड्स और जैविक रिसर्च संस्थान के साइंटिस्ट और कर्मचारी मारे जा रहे थे , संस्थान के माहौल को बहुत ही भयानक बना रहा था , एक सिक्योरिटी गार्ड को वाश रूम में किसी के होने की आहट सुनायी देती है वो दुसरे सिक्योरिटी फ़ोर्स को उसे कवर देने के लिए बोलता है और आगे आगे वाशरूम की तरफ बढ़ता है , वाशरूम की ट्यबलाइट जल बुझ रही है , वो दरवाज़ा खोलता हैं सामने ऑब्जेक्ट ३९ एक साइंटिस्ट की लाश को बड़ी तेजी के साथ लेकर भागता है जिसके कारण वाशरूम की सफ़ेद फर्श खून से लथपथ हो जाती है , सभी गार्ड्स ऑब्जेक्ट ३९ की तरफ अँधा धुंध गोलियों की बौछार करते भागते हैं मगर ऑब्जेक्ट ३९ का कुछ नहीं बिगड़ता , खून से लथपथ चेहरे को जब वो गार्ड्स की तरफ फैरता है उसकी भयानक स्माइल देखकर गार्ड्स भाग जाते हैं , और इधर ऑब्जेक्ट ३९ लैबोरेटरी की खिड़कियां तोड़ता हुआ , जैविक रिसर्च संस्थान से बाहर निकल जाता है ।
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नताशा की तेज़ रफ़्तार कार हाईवे पर दौड़ी जा रही है , आसमान पर काले बादलों ने घेरा डाला हुआ है , इसी अँधेरे के बीच बादलों की गड़गड़ाहट और बिजली की लपक झपक चालू है , मौसम से ऐसा प्रतीत होता है की जैसे कुछ बहुत बुरी अनहोनी होने वाली है , सामने रेलवे क्रासिंग का ओवर ब्रिज है कार के ब्रिज के नीचे पहुंचते ही लाइट्स ऑफ हो जाती है ब्रिज के नीचे नताशा को कुछ समझ में नहीं आ रहा कार की हेड लाइट्स ऑन होने के बावजूद नताशा को ऐसा लगा जैसे ब्रिज के नीचे का रास्ता आगे बंद है वो कार को पीछे निकालने की नाकाम कोशिश करती है क्यों की पीछे भी रास्ता बंद हो चुका था , नताशा पुलिस को इन्फॉर्म करने की कोशिश करती है , मगर मोबाइल से नेटवर्क ग़ायब हो जाता है , नताशा कार को फुल एक्सीलेटर देकर आगे की और बढ़ा देती है , नताशा को ऐसा लगा जैसे कार किसी मज़बूत दीवार से टकराई हो मगर वो अनजान दीवार बनाई किसने नताशा इस बात को समझ ही नहीं पाती है , नताशा कार को जैविक रिसर्च संस्थान की तरफ बेतहाशा दौड़ा देती है , कार गेट के सामने पहुँचती है , नताशा हॉर्न बजाती है , मगर गेट नहीं खुलता है वॉच मैन का कोई रेस्पॉन्स न पाकर वह कार से बाहर निकलने की कोशिश करती है , मगर ये क्या कार का गेट भी नहीं खुल रहा है , कार का इग्निशन बंद हो जाता है , नताशा की नज़र सामने जाती है तभी कार की बोनट पर उसे ऑब्जेक्ट ३९ सस्पीशियस एक्टिविटीज़ करता दिखाई देता है , उसकी आँखों में कुछ जज़्बात थे जो ऑब्जेक्ट ३९ नताशा से शेयर करना चाहता था , नताशा कुछ ख़ास कोडिंग लैंग्वेज में ओब्जेट ३९ से बात करती है , वो उसे कूल डाउन होने को कहती है की ऑब्जेक्ट ३९ का गुस्सा कुछ कम हो जाता है , और कार के दरवाज़े अनलॉक हो जाते हैं , नताशा कार से निकलने ही वाली होती है की , तभी सिक्योरिटी फ़ोर्स द्वारा ज़बरदस्त फायरिंग की जाती है वो फ़ोर्स की तरफ देखकर भयानक आवाज़ में चीखता है और गुस्साकर लेबोरटरी से लगे जंगल की तरफ भाग जाता है ,
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इंडियन रोबोटिक रिसर्च इंस्टीट्यूट में इंटरनेशनल रोबोट एक्ज़ीबिसन के लिए कुछ ख़ास तरह के रोबोट्स तैयार किये जा रहे हैं , जिनमे कुछ पुराने वर्जन के रोबोट्स भी है , कुछ नए वर्जन के बहुत छोटे रोबोट्स जो पल में रूप बदल सकते हैं वो छोटे जीव जंतु से लेकर फल टेबल कुर्सी किसी भी रूप में पल भर में ढल सकते हैं , टिनी नैनो एक मिनी रोबोट जिसने अभी लौकी का रूप लिया था की , वर्जन २.२ का एक पुराना रोबोट जिसे अभी शाकाहारी भोजन करने के लायक बनाया ही गया था की , टेबल पर पड़े लौकी बने टिनी रोबोट को उठाकर वो लगभग २५% खा जाता है तभी टिनी चिल्ला पड़ता है क्यों रे अक्ल के दुश्मन चपड़ गंजू तू कब से सब्ज़ियां खाने लगा २.२ मैं टिनी हूँ मुझे तो बक्श देता , २.२ जवाब देता है सॉरी दोस्त मैं अभी शाकाहारी रोबोटिक वर्जन में अपडेट हुआ हूँ टिनी बोलता है कोई बात नहीं मैं फिर से ठीक हो जाऊँगा , चल तू अपना ख़याल रखना मैं चला प्रोफेसर ज्ञान रेड्डी के पास ताकि अपना डैमेज सुधरवा सकूं , रोबोट २.२ उसे बोलता है अलविदा मेरे दोस्त मैं भी तुंम्हे अब नए रूप में मिलने वाला हूँ बहुत जल्दी मुझे वर्जन २.५ में अपग्रेड किया जायेगा , टिनी बोलता है , अपग्रेड के बाद ध्यान देना लौकी और रोबोट में दुबारा फर्क समझ सके अच्छा वाला सेंसर लगवा लेना , टिनी और रोबोट २.२ अपनी अपनी मरम्मत के लिए लैब में चले जाते हैं ।
रोबोटिक रिसर्च इंस्टीट्यूट में हाई अलर्ट का सायरन बजता है , और विजुअल स्क्रीन पर वॉइस मैसेज आता है की जैविक रिसर्च संसथान में सस्पीशियस एक्टिविटीज का होना पाया गया है कृपया ध्यान दें किसी भी वक़्त रोबोट फ़ोर्स की ज़रुरत पड़ सकती है , कृपया आप अपने सभी रोबोट्स को पूरी तरह चार्ज करके रखें ,
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जैविक रिसर्च संस्थान के सारे वैज्ञानको की टीम ऑब्जेक्ट ३९ के खोज लग जाती है जी. पी. एस. के माध्यम से उसकी लोकेशन को ट्रैश करने पर पाया जाता है , की जंगल के बीचो बीच उस जगह पर है जहां कभी एक ज्वालामुखी हुआ करता था अब लेकिन वो ज्वालामुखी सुप्त अवस्था है , उस जगह पर पहले भी अंतरिक्ष द्वारा की गयी मूवमेंट्स का होना सेटेलाइट द्वारा रिकॉर्ड किया गया था , नताशा डेस बोर्ड पर चेक कर पा रही थी की ऑब्जेक्ट ३९ उसे कुछ मैसेज भेजने की कोशिश कर रहा था जो की ख़ास कोड्स में थे , मगर वो क्लियर नहीं आ पढ़े थे शायद जी . पी . एस . का नेटवर्क अब कमज़ोर पड़ रहा था , मगर फिर अचानक से सिग्नल तेज़ हो जाते हैं और ऑब्जेक्ट ३९ मैसेज भेजता है की वो वापस अपने गृह मंगल जाने वाला है , उसे लेने उसके गृह से लोग आ रहे हैं , नताशा इस खबर को छुपाने की कोशिश करती है मगर लेबोरेटरी के अन्य वैज्ञानिक समझ जाते हैं , और रोबोटिक रिसर्च इंस्टीट्यूट से रोबोट्स की टीम सुप्त ज्वालामुखी की तरफ रवाना कर दी जाती है , इधर जैविक रिसर्च संस्थान की टीम भी अपने उपकरण और फ़ोर्स के साथ सुप्त ज्वालामुखी के पास पहुंच जाती है ।
जैविक रिसर्च संस्थान के वैज्ञानिको की टीम ऑब्जेक्ट ३९ की एक्जेक्ट लोकेशन ट्रैश कर लेती है , और अपनी ख़ास सिक्योरिटी फ़ोर्स को ऑब्जेक्ट के पीछे भेज देती है ऑब्जेक्ट ३९ सुप्त ज्वाला मुखी के उस भाग में छुपा हुआ है जहां नार्मल इंसान का पहुंचना नामुमकिन है सिक्योरिटी फ़ोर्स के एक एक कैंडीडेट पर वो जानलेवा हमला करना सुरु कर देता है , और सबको एक एक करके धीरे धीरे मारने लग जाता है , तभी वर्जन २.२ रोबोट जो की हाल ही में वर्जन २.५ में अपग्रेड हुआ है और टिनी रोबोट रोबोटिक फ़ोर्स के साथ वहाँ आ जाते हैं और ऑब्जेक्ट ३९ को अपने वश में कर ही लेते हैं , ये सब बात नताशा को अच्छी नहीं लगती है उसका ऑब्जेक्ट ३९ के साथ इमोशनल रिस्ता था वो उसे महज़ ऑब्जेक्ट ३९ नहीं बल्कि एक सजीव जीव के रूप में देखती है , वो नहीं चाहती की उस पर तरह तरह के वैज्ञानिक अनुसंधान किये जाएँ , वो कुछ कोड्स में ऑब्जेक्ट ३९ से बात करती है , उसकी आँख में आंसू आ जाते हैं और ऑब्जेक्ट ३९ अपनी बॉडी से जी. पी. एस . गैजेट निकाल कर फेंक देता है है और वही पर धड़ाम से गिर जाता है , तभी आसमान पर खतरनाक बिजली चमकती है , शायद किसी अंतरिक्ष यान के उतरने का सिग्नल था सभी रोबोट्स और सिक्योरिटी गार्ड्स वहाँ से भाग जाते हैं , और दूसरे ही पल नताशा ऑब्जेक्ट ३९ से जुड़े गैजेट को ऑफ कर देती है तभी एक यान उतरता है ज़मीन पर उसमे कुछ अजीब तरह के जीव भी उतरते हैं और ऑब्जेक्ट ३९ को साथ अंतरिक्ष की अनंत गहराइयों की तरफ लेकर उड़ जाते हैं ,
जैविक रिसर्च संस्थान की टीम और रोबोटिक रिसर्च इंस्टीट्यूट के टीम बस आँख फाड़े देखती रह जाती है ,
रोबोट २.२ टिनी को बोलता है , चलो अच्छा हुआ भाग गया बेचारा वर्ना जाने ये इंसान उसके साथ क्या करते , टिनी जवाब देता है काम चोर हो तुम एक एलियन को नहीं सम्हाल सकते , तुम जैसे कबाड़ रोबोट्स को इंस्टीट्यूट वाले भंगार में बेंच क्यों नहीं देते , २.२ बोलता है चुपकर टिनी मैं शाकाहारी के साथ साथ मांसाहारी भोजन भी कर सकता हूँ तू तो सिर्फ छोटा सा रोबोट है और दोनों मटकते हुए रोबोटिक रिसर्च इंस्टीट्यूट के लैब में अंदर चले जाते हैं ।
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शाम का वक़्त है नताशा अपने घर वापस पहुँचती है टेबल पर जिस जगह गिलहरी के बच्चे को रख छोड़ा था , वो अब भी फल पर लिपटी फल खा रहा था नताशा उसे अपने हाँथ में उठा लेती है , मौसम खुल चुका है सामने बगीचे में बहुत सी गिलहरियों की चिट चिट की आवाज़ सुनायी देती है नताशा उस गिलहरी के बच्चे को उसके परिवार के पास रख कर अंदर चली आती है , गिलहरी का बच्चा भी अपने परिवार के साथ घुल मिल जाता है ।
finish
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