co study a fun loving short story,
वो कहते हैं न हर जवानी अपनी एक कहानी बनाना चाहती है मगर कुछ के किस्से मशहूर हो जाते हैं और कुछ बस
गुमनाम अंधेरों में गुम हो जाते हैं , एक ऐसी है दास्तान कहती ये कहानी लेकर आया हूँ ,
अपना हीरो हैंडसम स्मार्ट है बॉबी देओल से कम नहीं है बेचारा पढ़न्ता वीर है इस लिए एक्शन सीन्स में थोड़ा वीक है ,
हालाँकि जिम वगैरह जाता है मगर वो सिर्फ सर्दियों में नहाने के लिए जिस्म गरम रखने की काम ही आता है , भाई
साहेब चूंकि हीरो टाइप के हैं तो गर्लफ्रेंड भी हेरोईनी टाइप की होनी चाहिए , खैर साहेब ने हीरोइन भी ढूढ़ ली हूबहू
ट्विंकल खन्ना थी , नाक में नथुनी कान में बाली आँख में चस्मा थोड़ा भोली भाली , पढ़ने लिखने में मैडम भले भाग न
खाते लब्धे शून्य हों मगर शकल से कोई कह दे मैडम टॉपर नहीं हैं , ज़माना था बॉबी देओल का वही रंग बिरंगे चश्मे
कॉलेज का फैशन शो . इन सबसे अपना हीरो भी कहाँ अछूता था ,
हीरो ने आखिर हेरोइन को अट्रैक्ट कर ही लिया , ट्यूशन में साथ पढ़ते थे कॉलेज साथ पढ़ते थे फिर भी दिल नहीं भरता
था कम्बख्त इश्क़ चीज़ ही ऐसी होता है , तो दोनों ने शाम को साथ घर में बैठ कर पढ़ने का प्लान बनाया और को स्टडी
सुरु कर दी , खैर जब एक लड़का लड़की साथ में दिन भर रहते हैं तो बात का जंगल में आग की तरह फैलना भी जायज़
था , हीरोइन का बाप पेशे से डॉक्टर था उसकी फ़ैमिली को तो कोई फर्क नहीं पड़ता को स्टडी से बट और कोई है जिसकी
नज़रों में ये बात बेहद खटक रही थी , और वो था हीरोइन की बड़ी बहन का बॉयफ्रेंड , अपना हीरो और हीरोइन की बड़ी
बहन का बॉयफ्रेंड एक ही साथ कॉलेज में पढ़ते थे हीरो से २ साल सीनियर था वो , अब वो बड़ी बहन का बॉय फ्रेंड था या
हीरोइन को भी चाहता था इस बात का कोई पुख्ता प्रमाण तो नहीं मगर समसामयिक घटनाओं से साफ़ पता चलता था
की हीरो के लिए उसके दिल में कहीं न कहीं राग द्वेष था ।
एक दिन हीरो को स्टडी करके निकल रहा था , तभी बड़ी बहन का बॉयफ्रेंड उसे रास्ते में रोक लिया बोला बहुत को स्टडी कर रहा है आजकल और कान के नीचे दो बजा दिया ,
और बोला की इस मोहल्ले के इर्द गिर्द भी दिखाई दिए तो हाँथ पैर तोड़ दूंगा , अब क्या था लौट के बुद्धू घर को आये दूसरे
दिन कॉलेज गए हीरोइन ने उनकी तरफ़ देखा भी नहीं आखिर वो हीरो भी कोई हीरो है जो कुट पिट के आ जाए , कॉलेज
में बड़ा हल्ला था की अपना हीरो पिट गया , रिपोटी रिपोटा हुआ पुलिस हीरोइन की बहन के बॉयफ्रेंड को उठा ले गयी दो
चार झापड़ की समझाइस के बाद छोड़ दिया अब क्यों की वो भी पढ़ने लिखने वाला ही लड़का था वो इश्क़ के चलते
गुमराह हो गया था , तो पुलिस वालों ने उसके खिलाफ कोई केश भी नहीं बनाया । दो झापड़ के बाद वो भी सुधर गया
अब इश्क़बाज़ी में नहीं पड़ता बस पढ़ाई करता है । अब क्यूंकि पढ़ने लिखने वाले लड़के सबके लाडले होते हैं तो अपने हीरो
को भी मोहल्ले बड़े बुजुर्ग बहुत मानते हैं और उन्होंने हीरोइन की बहन की बॉय फ्रेंड को ढंग से समझाया उसने हीरो से
माफ़ी और किसी तरह मामला शांत हुआ , और अपने हीरो का को स्टडी करने वाला भूत भी उतर गया , अब सीधा
कॉलेज क्लास और घर अब नो को स्टडी नो हीरो पंती, ओनली पढ़ाई ।
pix taken by google