moong ki kadhi good food for gastric patient in hindi ,
गैस्ट्रिक के मरीजों के लिए हम लेकर आये हैं , मूंगदाल की कढ़ी , कढ़ी तो पेट के मरीजों के लिए वैसे भी काढ़ा है ,
जिन्हे बेसन से गैस की शिकायत है उनके लिए बहुत फायदे मंद है मूंग दाल की कढ़ी इसे आप कई तरह से बना सकते हैं
, हम यहां पर आज मूंगदाल की मुंगोड़ी वाली कढ़ी बना रहे हैं , मुंगोड़ी बनाने की विधि हम पूर्व में बता चुके हैं बस कढ़ी
के लिए मुंगोड़ी बनाते समय मुंगोड़ी में प्याज न डाले , मुंगोड़ी बनाने की विधि ,
मूंग दाल की कढ़ी बनाने की विधि ,
५० ग्राम मूंग दाल का पेस्ट , ,
१ लीटर मठा,
१ टी स्पून मैथी ,
हरी मिर्च २ ,
हींग चुटकी भर ,
लहसुन चार से छह दाना ,
कड़ी पत्ता
सर्वप्रथम ५० ग्राम छिलका वाली मूंगदाल को रात में लगभग २५० मिलीलीटर पानी में फुला दें और सुबह इसे अच्छे से
पानी में धोकर मिक्सी में पीस लें , अब मठे में लगभग ५० ग्राम मूंग दाल का पेस्ट डाल कर मथानी से मथ लो , ध्यान
रहे की इसमें गुल्थियाँ न बधने पाएं , अब कड़ाही में एक बड़ा चम्मच तेल डालो , अब उसमे मेथी , कटा हुआ मिर्चा ,
छिली कटी लहसुन , चुटकी भर हींग , और कड़ी पत्ते को डाल कर गोल्डन ब्राउन होने तक भूंज लो , इसमें घुला हुआ
मूंगदाल का का घोल डाल दो , इसके बाद में आधा टी स्पून हल्दी , स्वादानुसार नमक डाल दो फिर इसे धीमी आंच में
पकने दो बीच बीच में इसे चम्मच से चलाते रहो , और जैसे ही इसमें उबाल आने लगे तली हुए मुंगोड़ी डाल दे और
लगभग इसे १५ से बीस मिनिट तक मद्धम आंच में पकने केबाद किसी बर्तन में डाल दो , अब इस बनी हुयी कढ़ी में कटी
हुई हरी धनिया पत्ती डाल दो , अब दोस्तों आपकी तैयार है मूंगदाल की मुंगोड़ी वाली कढ़ी फिर आप की कढ़ी को खुद
भी खाइये और अपने मेहमानो को भी खिलाइये ।