motherly love scariest night of my life,

0
176
motherly love scariest night of my life,
motherly love scariest night of my life,

motherly love scariest night of my life,

टकला समीर की चोटी में लगे मोतियों की लड़ी को ठीक कर रहा था , तभी टकला समीर की नज़र रॉकी की स्माइल पर पड़ती है रॉकी को देखकर टकला हंस देता है और उसके गाल पर एक प्यारी सी थपकी देते हुए कहता है क्या हुआ स्टाइल नहीं है क्या तुझे अच्छी नहीं लगी क्या मेरी चोटी रॉकी कहता है नहीं सर ऐसी बात नहीं है झकास लग रही है आपकी चोटी में लगे ये कीमती डायमंड टकला कहता है मेरी चोटी से डायमंड चुराने का इरादा तो नहीं है तुम्हारा , रॉकी कहता है नहीं सर , तभी टकला समीर कहता है तुम प्रोड्यूसर भल्ला के बेटे हो न रॉकी कहता है जी सर , तुम मेक अप आर्टिस्ट क्यों बन गए तुम्हे तो अपने बाप की तरह बड़ा प्रोड्यूसर बनना चाहिए था , रॉकी कहता है मेरी ऐसी तक़दीर कहाँ, पापा की मौत के बाद सब बर्बाद हो गया , हम कर्ज़दार हो गए , टकला कहता है भल्ला साहेब बड़े नेक इंसान थे कितनी फ़िल्में हमने साथ में की थी , बहुत एहसान है उनका मेरे ऊपर मुझे इतना बड़ा स्टार बनाने में उनका बहुत बड़ा योगदान था घर गया था मैं तुम्हारे तुम उस समय बहुत छोटे थे राकेश नाम है न तुम्हारा गुड़िया और भाभी जी कैसी हैं गुड़िया तो अब बड़ी हो गयी होगी रॉकी की आँखें भर आती है वो कहता है माँ और बहन अब इस दुनिया में नहीं है पापा की मौत के बाद हम कर्ज़े में डूब गए थे , यहां तक की हमारा घर भी क़र्ज़ में चला गया था,  ऊपर से प्रॉपर्टी डीलर तारकेश ने हमारे घर में आग लगवा दी थी सब जल के ख़ाक हो गया था माँ और बहन की आग की लपेट में आने से मौत हो गयी और मैं फुटपाथ में भटकने लग गया पापा के पुराने कांटेक्ट की वजह से मुझे फिल्म इंडस्ट्री में स्पॉट बॉय की जॉब मिल गयी और धीरे धीरे मैं मेकअप आर्टिस्ट बन गया , तभी डायरेक्टर अनाउंस करता है शॉट रेडी है सर और टकला समीर शॉट देने चला जाता है शूटिंग के बाद टकला समीर रॉकी को अपने पास बुलाता है , अपना विजिटिंग कार्ड देता है और उसे मिलने के लिए परशनल बंगलो में बुलाता है , और उसे अपना परशनल अस्सिस्टेंट बना लेता है , रॉकी के जीवन का ये सबसे खुशनसीब पल था जिसे वो किसी के साथ शेयर नहीं कर सकता था , बस माँ और बहन की तस्वीर थी जिसके सामने बैठकर वो जी भर के रो लेता था ,

टखला समीर अपनी टीम को तारकेश की हक़ीक़त पता लगाने के लिए उसके पीछे लगा देता है , सूत्रों से पता चलता है

की तारकेश का सूदखोरी का बिजनेस है , वो कई फिल्मे प्रोड्यूस कर चुका है उसने टकला सचिन को भी मूवी के लिए अप्रोच किया था , और स्क्रिप्ट भी भेजी थी मगर बिजी शेड्यूल के चलते टकला सचिन के असिस्टेंट ने मना कर दिया था , अपने असिस्टेंट को टकला सचिन तुरंत बोलता है तारकेश के साथ मीटिंग फिक्स की जाए तारकेश मीटिंग के लिए आता है , टकला सचिन के साथ तारकेश की मीटिंग सुरु होती है टकला सचिन कहता है मूवी का कांसेप्ट तो अच्छा है बजट क्या है आपकी मूवी का तारकेश कहता है २०० करोड़ का अरेंजमेंट है अपने पास टकला कहता है बहुत कम बजट है आज तक की सबसे महगी मूवी बनाना है हमें जिसका बजट १००० करोड़ के ऊपर होगा अगर आप को मूवी का हिस्सा बनना है तो मिनिमम १००० करोड़ का इंतज़ाम कर लो तारकेश गुजराती भाऊ किसी भी कीमत में टकला के साथ काम करने का मौका नहीं गवाना चाहता है वो फ़ौरन हाँ बोल देता है तारकेश कहता है सर आप टेंशन नक्को कीजिये मैं सारा पैसा लगाएगा न मूवी में चाहे उसके लिए बांद्रा वाला बंगला ही क्यों न बेचना पड़ जाए , सचिन भल्ला वाले बंगला की मुंहमागी कीमत देने को तैयार हो जाता है तारकेश कहता है अपुन गिरवी रखेगा सर अभी बेचेगा नहीं ,

टकला सचिन कहता है ये आपकी प्रॉब्लम है , आप कैसे पैसे अरेंज करते हैं , मूवी का प्रीप्रोडक्शन काम सुरु होता है हॉलीवुड के डायरेक्टर, कोरियोग्राफर स्टंट मैन सारी की सारी टीम साइन कर ली जाती है , मूवी की शूटिंग फिनिश हो जाती है, टकला सचिन वी ऍफ़ एक्स के लिए हॉलीवुड की टीम हायर करता है मूवी की क्वालिटी में कोई समझौता नहीं किया जा सकता था उसे ये मूवी वर्ल्ड वाइड रिलीज़ करनी थी , अब मूवी पोस्ट प्रोडक्शन में जाती है और पैसे ख़त्म हो जाते हैं ,  वी ऍफ़ एक्स का खर्चा लगभग २००० करोड़ का आता है , तारकेश रोता गिड़गिड़ाता हुआ टकला सचिन के पास जाता है और कहता है मैं लुट गया बर्बाद हो गया अब २००० करोड़ कहाँ से लाऊंगा टकला सचिन कहता है कोई बात नहीं मूवी का बाकी पैसा मैं लगाऊगा बस बिजनेस डील में थोड़ी फेर बदल करनी पड़ जाएगी और वकील इशारा पाते ही नया एग्रीमेंट फॉर्म तारकेश के सामने रख देता है जिसमे मूवी की इनकम में तारकेश का सिर्फ २०% दर्शाया गया है , तारकेश दुखी मन से एग्रीमेंट साइन करता है , तभी वकील बांद्रा वाले पेपर्स सामने रख देता है और कहता है साइन करों अब ये बंगला हमेशा के लिए सचिन सर का हुआ । तारकेश मन मारकर साइन करता है , और आखिर कार तारकेश को बांद्रा वाला बंगला टकला सचिन को गिरवी रखना पड़ जाता है , टकला सचिन वो बंगला रॉकी को दे देता है अपने बाप की विरासत पाकर रॉकी बहुत खुश होता है , अपनी माँ की तस्वीर के सामने बैठकर फफक फफक कर रोने लगता है तभी माँ की तस्वीर से आंसू के बूँद टपकने लगते हैं , रॉकी , माँ कहता हुआ तस्वीर से लिपट जाता है , मड आयरलैंड की शूटिंग साइड से रॉकी की बाइक गायब हो जाती है , वह बाइक को ढूढ़ता हुआ दूर तक निकल जाता है तभी उसके ऊपर अज्ञात हमलावरों का हमला होता है , वो उसे बुरी तरह पीट देते हैं रॉकी ज़ख़्मी हो जाता है , वो ज़ख़्मी हालत में घर के बेड पर डला रहता है तभी उसकी माँ का अक्स दिखाई देता है वो जान जाती है की उसका ये हाल तारकेश ने करवाया है , क्यूंकि तारकेश जान गया था की मूवी के बहाने टकला सचिन उसका ये बंगला हड़पना चाहता है ,

इधर मूवी बनकर कम्प्लीट हो जाती है वर्ल्ड वाइड अच्छा खासा बिजनेस करती है टकला सचिन तारकेश को उसका

परसेंट देकर किनारे कर देता हैं , मूवी कमाई तो करती है मगर तारकेश के हाँथ में पैसा पहुंचते पहुंचते जीरो बचता है क्यों की उनसे मूवी में जो एक हज़ार करोड़ लगाए थे उसका ५०० करोड़ ५०% ब्याज में मर्केट से उठाया था , जोकि अब उसकी पूँजी का चौगुना हो चुका था , अपनी हार से तारकेश बौखला जाता है और अपने गुंडों को लेकर बांद्रा वाले बंगलो पर पहुंच जाता है गेट पर भल्ला मेंसन देख कर कर तारकेश झल्ला जाता है और उसके गुंडे सिक्योरिटी कार्ड को मारते हुए बंगले के भीतर प्रवेश कर जाते हैं , तभी अचानक बंगला का गेट बंद हो जाता है , सारा हाल अँधेरे शमशान में तब्दील हो जाता है चारों तरफ जलतो हुयी लाशें ही लाशें , एक चिता से अधजली लाश उठ जाती है वो लाश कोई और नहीं रॉकी उर्फ़ राकेश की माँ की होती है , उसे सामने देखकर तारकेश और उसके साथियों की रूह काँप जाती है , तभी कुछ गुंडे माँ पर बका और तलवार से हमला करते हैं माँ के एक ही इशारे पर बका तलवार वापस उनके ऊपर ही हमला कर देते हैं सभी गुंडे घर का एक एक कोना पकड़ के कोई अलमारी के पीछे कोई सोफे के पीछे कोई बेड के नीचे छुप जाते हैं , भागता हुआ तारकेश भी छुपने के लिए कोई कोना ढूढ़ने लग जाता है तभी तारकेश के माँ सामने आ जाती है उसकी भयानक चीख सारे बंगले में गूँज जाती है डर के कारण तारकेश की पैंट गीली हो जाती है , तभी माँ का चेहरा तारकेश के चेहरे के ठीक सामने आ जाता है ,

urdu shayari in hindi , 

तारकेश आँखें बंद कर लेता है माँ चीखती हुयी कहती है, मैं वही भल्ला की बीवी हूँ जिसे तू कभी भाभी जी कहता था , मेरे पति को बर्बाद कर दिया था तूने , मेरे बच्चों ने क्या बिगाड़ा था तेरा जो तूने उन्हें भी अनाथ कर दिया सूदखोरी का कितना गन्दा षड़यंत्र रचा था तूने की क़र्ज़ के चलते मेरे पति की हार्ट अटैक से मौत हो गयी उनकी मौत के बाद हम दाने दाने को मोहताज़ हो गए , ले देके ये बंगला बचा था हमारे पास उसे भी तूने हड़प लिया और बंगले में आग लगवा दी मैं और मेरी बेटी तो जल के मर गए मगर आज भी हमारी रूह इस बंगले में रह रही है और ये तभी मुक्ति पाएगी जब तेरा सम्पूर्ण विनाश अपनी आँखों के सामने देख लेगी , तारकेश कहता है मुझे माफ़ कर दो मैं गुनहगार हूँ अपना सब कुछ लेलो ये बंगला मुझे नहीं चाहिए मुझे छोड़ दो मुझे ज़िंदा जाने दो मुझे माफ़ कर दो तभी बंगला के दरवाज़े खुल जाते हैं , पुलिस तारकेश को अरेस्ट कर लेती है क्यूंकि बंगला में जो कुछ भी हो रहा था वो सोशल साइट्स पर लाइव चल रहा था , और पुलिस सब कुछ जान चुकी थी की कैसे तारकेश ने एक सीधी साधी फॅमिली को बर्बाद करने के लिए षड़यंत्र रचा था ,

सभी के जाने के बाद तारकेश की माँ अपने जिगर के टुकड़े को टकला सचिन के सुपुर्द करती है कहती है आपने हमारी बहुत मदद की अपने बेटे को समझाती है कभी सचिन की किसी बात को अनदेखा मत करना तुम्हारे एकलौता सहर वही बचे हैं अब मैं जा रही हूँ मेरे जाने का वक़्त हो गया है , और अपने बेटी की रूह को साथ में लिए आसमान की तरफ निकल जाती है।

pics taken by google