whats app status in hindi नुमाईश में बिठा रखे थे कुछ बूतनुमा अजीज़ ,
नुमाईश में बिठा रखे थे कुछ बूतनुमा अजीज़ ,
मिलने लगी नज़र तो हर दिल अजीज़ हो गए ।
मोहब्बतों के दरमियान न हो गर लफ्ज़ मेरे ,
तू जो कहे तो मैं मोहब्बतों पर लिखना ही छोड़ दूं ।
डिवायसों के एजुकेशनल ऍप्स बना डाले ,
वरना इतने सस्ते में कभी आशिक़ ए इल्म मिलता है ।
नपी तुली रियासतों में चलते सिक्के थे ,
अब एक ही टकशाल के सिक्के हर हाल चाहिए ।
हर रोज़ इश्क़ के घाट पर भरते हो पानी ,
तुम भी उस्तादों की सोहबत में तालीम ए दाख़िला लेलो ।
आ गए फिर रोज़ेदारी में बुत परस्तिश छोड़कर ,
अब कहाँ कुनबे बसाओगे कहाँ बाहिस्त आबाद करोगे ।
कभी हिन्दू होता है कभी मुसलमान होता है ,
तुझसे मिलना है मेरे अजीज़ ए दोस्त जब तू बस जब इंसान होता है ।
छत से लटकता पंखा ये कह रहा है मुझसे ,
मेरी उम्र ए दराज़ के साथ साथ उसकी भी उम्र हो गयी हो जैसे ।
हम तो तुम्हे बस यूँ ही ब्याह लाये थे मैडम ,
तुम तो ख्वामख्वाह हुकुम की बेग़म ही बन गयी ।
कौन जाने फ़ितरत अंधेरों में दबे बीजों की ,
कोई घर के जंगले से आफ़ताब चूमने निकल जायेगा ।
बंद मकानों के खाली जंगले ,
ज़ब्त अंधेरों में आस बाकी है ।
दोज़ख भी मिल जाती है अपनों की मज़ारों पर ,
जन्नत में पहुचकर भी रूहानी जूनून ख़त्म नहीं होता ।
दम तोड़ देती हैं जब सारी उम्मीदें चौखट पर ,
तब कहीं जाके खुद पर यकीन होता है ।
रात का मर्ग कायम करके ,
मैं तेरे हिस्से की मुट्ठी भर धूप चुरा लाया हूँ ।
दे नहीं सकते सुकून की ग़र एक रात किसी को ,
गोया उसके हिस्से के दिन का उजाला तो न छीनो ।
कभी इधर से कभी उधर से चलती है तड़ातड़ ,
मरने वाले से नहीं पूछती गोली दीन ओ ईमान किसी का ।
रक़्स आँखों के ग़र थम जाते ,
हम भी दिल में उनके उतर जाते ।
न लफ़्ज़ों में बयान होती है न हर्फ़ों में बयान होती है ,
ये दास्तान ए इश्क़ बस अंदाज़ों में बयान होती है ।
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